हजूर
साहब श्री श्री 108
स्वामी गुरदीप गिरी जी महाराज की रहनुमाई में सतगुरु रविदास महाराज
जी और स्वामी शिंगारा गिरी जी का “निर्वाण दिवस” दिनांक 9 जून 2024 को स्वामी
जगत गिरी आश्रम, पठानकोट में धूमधाम से मनाया गया। इस पावन
अवसर पर लाखों की संगत जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र और
विदेशों से पहुंची। सतगुरु रविदास महाराज जी ने अपनी वाणी में लिखा है:
श्री श्री 108 स्वामी गुरदीप गिरी जी महाराज पठानकोट
“संत तुझी तनु संगति प्रान ॥ सतिगुर गिआन जानै संत देवादेव ॥१ ॥
प्रभु
जी! संत आपका शरीर हैं और संत महापुरुषों की संगत आपकी प्राण है ।
जिसे
सतगुरु के ज्ञान द्वारा ही जाना जाता है। संत देवों के पूजनीय देव हैं और परमात्मा
का स्वरूप हैं।
परमात्मा
का यह स्वरूप और ज्ञान की यह धारा स्वामी जगत गिरी आश्रम में सहज ही देखने को मिली
। आज न केवल देश में बल्कि विदेशों में भी स्वामी गुरदीप गिरी जी महाराज के लाखों
अनुयायी सतगुरु के ज्ञान से प्रेरित होकर उस निरंकार को पाने की राह पर हैं और
अपने धार्मिक और सामाजिक जीवन को बदल रहे हैं ।
हमें
भी परमात्मा के इस स्वरूप का दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ । मेरे साथ गजब
हरियाणा के संपादक डॉ. जरनैल रंगा जी और संगत के साथ हम इस ज्ञान रूपी गंगा में
गोता लगाने के लिए महाराज जी के चरणों में नतमस्तक हुए ।
इस
अवसर पर हमने हजूर साहब स्वामी गुरदीप गिरी जी महाराज को 22 जून 2022 को
कुरुक्षेत्र में हो रहे गजब हरियाणा के स्थापना दिवस में आने का निमंत्रण भी दिया।
साथ ही, महाराज जी को 22 जून की शाम को
अंबाला शहर में होने वाले श्री गुरु रविदास महाराज जी अमृतवाणी चेतना समागम के
बारे में भी बताया, जिसमें महाराज जी अमृतवर्षा करेंगे ।
डेरा
स्वामी जगत गिरी आश्रम की महासचिव डॉ. सोमा अत्री जी से भी आश्रम द्वारा चल रहे
कार्यों के बारे में बैठक हुई,
जिसमें उन्होंने बताया कि किस प्रकार डेरा स्वामी जगत गिरी, शिक्षा, स्वास्थ्य और अध्यात्म की ओर बढ़ रहा है ।
उन्होंने बताया कि स्वामी गुरदीप गिरी जी महाराज संगत को अमृतवाणी से जोड़कर
धार्मिक आजादी और अध्यात्म की ओर ले जा रहे हैं। इसके साथ ही, एक स्कूल, अनेक स्वास्थ्य सेवाएं और अब एक ऐसा
केंद्र बनाया जा रहा है जिसमें सभी प्रकार के रोगों का इलाज योग, आयुर्वेदिक और विभिन्न थेरपी से किया जाएगा।
ग्लोबल
रविदासिया वेल्फेयर फाउंडेशन यूरोप और भारत की पूरी टीम हमेशा महाराज जी और उनके
कार्यों को नतमस्तक है ।
इस
अध्यात्म ज्ञान और सामाजिक उत्थान के संगम में संगत को जब भी मौका मिले जरूर जाना
चाहिए ।
जय
गुरुदेव धन गुरु रविदास जी
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